कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज
भारत में हर तीसरा व्यक्ति बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से परेशान है। आज के समय में “कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज” सिर्फ दवाओं में नहीं, बल्कि हमारी दिनचर्या में छिपा है। डॉक्टरों का मानना है कि अगर खानपान और एक्सरसाइज की आदतें सही रखी जाएं तो cholesterol कम बहुत आसानी से किया जा सकता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि स्वस्थ डाइट, नियमित व्यायाम और तनाव नियंत्रण से सिर्फ 3 महीनों में कोलेस्ट्रॉल लेवल को 20–30% तक घटाया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के मुख्य कारण क्या हैं
विशेषज्ञों के अनुसार, गलत खानपान और तनाव इसकी सबसे बड़ी वजह हैं। ज्यादा तली-भुनी चीज़ें, रेड मीट, और जंक फूड का सेवन शरीर में LDL (बुरा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ाता है। इसके अलावा—
- शारीरिक गतिविधि की कमी
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- थायरॉइड या शुगर की समस्या
- परिवार में हाई कोलेस्ट्रॉल का इतिहास
ये सभी कारण धीरे-धीरे शरीर में फैट जमा करते हैं और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।
खानपान से कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें
अगर आप सोच रहे हैं “कोलेस्ट्रॉल कैसे कम करें”, तो इसका सबसे आसान तरीका डाइट सुधारना है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, आपको अपने भोजन में ये चीजें शामिल करनी चाहिए:
- ओट्स और फाइबर युक्त अनाज: यह LDL को कम करते हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां और फल: एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से टॉक्सिन निकालते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट: अच्छे फैट यानी HDL बढ़ाते हैं।
- ग्रीन टी और फ्लैक्स सीड्स (Flax Seeds): फैट मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं।
साथ ही, घी और तेल का सीमित उपयोग करें। डॉक्टरों के अनुसार, ऑलिव ऑयल या राइस ब्रान ऑयल सबसे बेहतर विकल्प है।
एक्सरसाइज से कैसे घटेगा बुरा फैट
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि नियमित व्यायाम कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज माना जा सकता है। दिन में सिर्फ 30 मिनट की वॉक या योग से HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) बढ़ता है और बुरा कोलेस्ट्रॉल घटता है।
- सुबह तेज़ वॉक या जॉगिंग
- सूर्य नमस्कार
- साइक्लिंग या स्विमिंग
- हल्की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए ध्यान (Meditation) और पर्याप्त नींद भी बेहद जरूरी है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने से मिलने वाले फायदे
जब शरीर में cholesterol kam karne ka ramban ilaj सफल होता है, तो उसके परिणाम बेहद फायदेमंद होते हैं—
- दिल का स्वास्थ्य बेहतर होता है
- ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
- वजन नियंत्रण में आता है
- त्वचा और ऊर्जा स्तर बेहतर होते हैं
डॉक्टरों का कहना है कि अगर लोग सिर्फ अपनी डाइट और रूटीन पर ध्यान दें, तो 80% मामलों में दवाओं की जरूरत ही नहीं पड़ती।