भारत से लड़ाई के दौरान चीन ने हमारी मदद की : शहबाज़ शरीफ
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने दावा किया कि “भारत से लड़ाई के दौरान चीन ने हमारी मदद की”। इस बयान के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मची है। लेकिन भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने UNGA में ही इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और पाकिस्तान को आतंकवाद पर घेर लिया।
Indian Diplomat Petal Gehlot का करारा जवाब
भारतीय राजनयिका पेटल गहलोत (Petal Gehlot) ने पाकिस्तान PM के बयान का Right of Reply देते हुए कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने देश में चल रहे आतंकी कैंप बंद करने चाहिए। उन्होंने शरीफ को चुनौती दी कि वे भारत को बदनाम करने के बजाय आतंकियों को भारत के हवाले करें।
पाकिस्तान की “थिएट्रिक्स” का पर्दाफाश
Gehlot ने कहा कि पाकिस्तान बार-बार UNGA के मंच का इस्तेमाल “थिएट्रिक्स” के लिए करता है। उन्होंने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने दुनिया के सबसे बड़े आतंकी ओसामा बिन लादेन को पनाह दी थी और पूरी दुनिया से छुपा के रखा था। साथ ही हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र भी किया और कहा की शहबाज़ शरीफ मे हिम्मत हैं तो वो आतंकवाद के खिलाफ कदम उठाए।
चीन की भूमिका पर सवाल
शरीफ का “भारत से लड़ाई के दौरान चीन ने मदद की” वाला बयान भारत-पाक रिश्तों के साथ-साथ India-China relations को लेकर भी चर्चा का विषय बन गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान अपने घरेलू संकट से दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे दावे करता है। हालांकि चीन ने इस बयान पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की किरकिरी
भारत के जवाब के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। Geopolitical Experts का कहना है कि इस तरह के बयान पाकिस्तान की foreign policy और उसकी credibility को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं भारत की छवि आतंकवाद से दृढ़ता से लड़ने वाले देश के रूप में पहले से और भी ज्यादा मजबूत हुई है।